सहरसा: सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र के 185 सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले 60 हजार छात्र एवं छात्राओं को 1300 शिक्षकों के द्वारा पठन पाठन सुचारू ढंग से संचालित करने की जिम्मेदारी संभालने वाले प्रखंड संसाधनकेंद्र में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के स्कूल निरीक्षणक के नाम पर क्षेत्र में रहने के कारण कर्मी का कार्यालय आने का कोई समय सीमा निश्चित नहीं है।बीआरसी कार्यालय 10 बजे पहुंचा तो एक बीआरपी खुर्शीद आलम बीआरसी कार्यालय में उपस्थित थे।
10:30 मिनट पर कार्यालय के दूसरे कर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर चंदन कुमार कार्यालय पहुंचे। बीआरपी ने बताया कि बीआरसी में कुल 10 बीआरपी है जिनका काम सुबह-सुबह स्कूल के निरीक्षण को निकल जाते है। इसी बीच 11:00 के आसपास बीआरसी के अंकेक्षक तुषार कुमार कार्यालय कच्छ में प्रवेश करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रंजन कुमार शर्मा अभी कार्यालय नहीं आए हैं। इस बाबत पूछे जाने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि वे वे सहरसा स्थित अपने आवास पर से ही विद्यालय निरीक्षण के लिए पहाड़पुर और भाटौनी निकल गए हैं।उनसे पूछे जाने पर बीआरसी के कर्मी के द्वारा कार्यालय समय पर नहीं आने के संबंध में बताया गया कि जो निरीक्षण के कार्य से अलग हैं वैसे कर्मी को समय पर कार्यालय नहीं आने पर उनके विरुद्ध कड़ी करवाई की जाएगी। कार्यालय में दो बिपीएम पद स्थापित है यह भी 2:00 बजे के बाद ही कार्यालय पहुंचते हैं। बीआरसी कार्य कराने आए कई शिक्षक एवं शिक्षिका ने नाम नहीं छापने का अनुरोध कर कहा कि विद्यालय निरीक्षण के नाम पर निरीक्षी पदाधिकारी के द्वारा यहां दूसरा ही गेम खेला जा रहा है।हालांकि नीतीश सरकार की राज्य में अफसर शाही चरम पर है जिस वजह से अधिकारी व कर्मी मनमाने समय पर कार्यालय आने से बाज नही आते है।
(रिपोर्ट: मो0 इकराम आलम)